रायगढ़। आज रायगढ़ के कमला नेहरू पार्क, चक्रधर नगर के पास एक ऐसा दृश्य देखने को मिला, जिसने हर किसी को हैरत में डाल दिया और श्रद्धा से भर दिया। सुबह-सुबह टहलने निकले लोगों को एक अलौकिक अनुभव मिला, जब आसमान में पवनपुत्र हनुमान उड़ते नजर आए। यह नजारा न सिर्फ लोगों के लिए चमत्कारी था, बल्कि तकनीक और आस्था का अद्भुत संगम भी।

MWS की अनोखी पहल
इस ऐतिहासिक पहल का आयोजन मॉर्निंग वॉकर्स सोसाइटी (MWS) के तत्वावधान में किया गया। संस्था के सक्रिय सदस्य दीपक डोरा की विशेष पहल से यह कार्यक्रम साकार हो सका। आज 13 अप्रैल को सुबह 7:30 बजे कमला नेहरू पार्क में ड्रोन तकनीक से तैयार की गई छह फीट लंबी हनुमान जी की प्रतिमा को आसमान में उड़ाया गया। पहली बार रायगढ़ शहर ने ऐसा नजारा देखा, जहां श्रद्धा और विज्ञान एक साथ उड़ान भरते नजर आए। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सुनील अग्रवाल (लेंध्रा) ने रिमोट का बटन दबाया और इस पहल की खूब सराहना की।

स्टार्टअप की अनोखी टेक्नोलॉजी
यह उड़ने वाली प्रतिमा श्री शंकराचार्य इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट के स्टार्टअप On D Fly Private Limited द्वारा तैयार की गई थी। इस स्टार्टअप की सराहना स्वयं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी अपने मंच से कर चुके हैं। ड्रोन तकनीक से तैयार हनुमान जी की यह प्रतिमा न सिर्फ श्रद्धालुओं के लिए आस्था का प्रतीक बनी, बल्कि युवाओं के लिए नवाचार का प्रेरणा स्रोत भी।

भीड़ उमड़ी, गूंजे जय श्रीराम के नारे
इस अवसर पर MWS के सदस्य संजय खेमका, राजेश अग्रवाल (पिंटू), दीपक डोरा, विमल मित्तल, सुनील मोदी, सरस गोयल, कैलाश अग्रवाल, अनिल गर्ग, सुरेश अग्रवाल, लखीराम अग्रवाल, मिनू बहीदार, संजय जिंदल, मनोज अग्रवाल, मज्जू रतेरिया, धनशयाम रतेरिया, सतीश अग्रवाल, किशन अग्रवाल, सुदेश पाण्डेय, शिव बापोड़िया, अशोक अग्रवाल, विनोद पालीवाल, नवनीत गोयल, पुरुषोत्तम अग्रवाल, राजेंद्र खालसा, विजय अग्रवाल, अनूप केडिया, चंद्रकांत पंजाबी, हरेंद्र शर्मा, आलोचन गुप्ता, आनंद अग्रवाल, मनोज नाहड़िया, प्रकाश मसंड, दीपक अमलडिया, प्रमोद अग्रवाल, राजेश अग्रवाल (9955) और कमल शर्मा सहित अन्य सदस्य मौजूद रहे।
इसके साथ ही शहर के विभिन्न हिस्सों से आए लोगों ने इस अद्भुत दृश्य को देखा और जमकर सराहना की। जैसे ही हनुमान जी की प्रतिमा ने उड़ान भरी, पूरे पार्क में “जय श्रीराम” के नारों की गूंज सुनाई देने लगी। पूरा वातावरण भक्तिमय और उत्साह से भर गया।
नवाचार और भक्ति का अद्वितीय संगम
यह आयोजन न सिर्फ रायगढ़ के लिए ऐतिहासिक रहा, बल्कि यह संदेश भी देता है कि यदि भक्ति में नवाचार को जोड़ा जाए, तो श्रद्धा की उड़ान और भी ऊंची हो सकती है।
फोटो और वीडियो हो रहे वायरल
इस आयोजन की तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहे हैं। हर कोई इस अद्भुत क्षण को साझा कर रहा है और रायगढ़ की इस पहल की तारीफ कर रहा है।



