रायगढ़। शहर के केलो तट स्थित ऐतिहासिक रियासतकालीन सिद्ध शक्तिपीठ श्री शनि देव मंदिर में हर वर्ष हरेली अमावस्या के पावन पर्व पर श्री शनि देव रुद्राभिषेक महोत्सव का भव्य आयोजन किया जाता है। यह आयोजन न सिर्फ धार्मिक आस्था का केंद्र होता है, बल्कि जिलेभर के श्रद्धालुओं के लिए आस्था का प्रमुख उत्सव बन चुका है। इस वर्ष भी यह महोत्सव 23 जुलाई से प्रारंभ होकर 27 जुलाई तक चलेगा, जिसकी तैयारियों में मंदिर समिति और श्रद्धालुगण पूरे उत्साह के साथ जुटे हुए हैं।
इस पांच दिवसीय धार्मिक परंपरा की विस्तृत जानकारी देते हुए प्रमुख आचार्य पं. अभिषेक शर्मा ने बताया कि महोत्सव की शुरुआत 23 जुलाई को दोपहर 2 बजे भव्य कलश यात्रा के साथ की जाएगी। इसके पश्चात रात्रि 8 बजे दीप प्रज्वलन एवं पूजा अर्चना कर कार्यक्रम का शुभारंभ होगा।
आचार्य शर्मा ने बताया कि 24 जुलाई को गुरुचरण पादुका पूजन और रुद्राभिषेक पूजन का आयोजन किया जाएगा, जो सुयोग्य विद्वान पंडितों के सानिध्य में विधिवत सम्पन्न होगा। वहीं 25 जुलाई को सवा लाख शनि मंत्रों के जाप का आयोजन किया जाएगा, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के भाग लेने की संभावना है।
इसके बाद 26 जुलाई को सुबह 8 बजे से हवन का आयोजन होगा, दोपहर 12 बजे पूर्णाहुति संपन्न होगी, जिसके पश्चात शनि देव की कृपा से महाभंडारा आयोजन किया जाएगा जो शनि इच्छा तक चलता रहेगा। महोत्सव के अंतिम दिन 27 जुलाई को सुबह विसर्जन कार्यक्रम के साथ आयोजन का समापन किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि जो भी शनिभक्त अखंड ज्योति रुद्राभिषेक कराना चाहते हैं, वे मंदिर समिति से संपर्क कर सकते हैं। महोत्सव में जिलेभर से भारी संख्या में श्रद्धालुओं की उपस्थिति की संभावना है। मंदिर प्रांगण को आकर्षक रूप से सजाया जा रहा है, जिससे श्रद्धालुओं को विशेष आध्यात्मिक अनुभूति हो सके।

