
रायगढ़। शहर के जेलपारा और प्रगति नगर इलाके में प्रस्तावित न्यू मरीन ड्राइव परियोजना को लेकर शनिवार की सुबह हालात विस्फोटक हो गए। एसपी दिव्यांग पटेल की अगुवाई में भारी पुलिस बल और बुलडोजर के साथ नगर निगम की टीम मोहल्ले में पहुंची और मकानों को ध्वस्त करना शुरू कर दिया। जिसमें अब तक अनेकों मकान तोड़े जा चुके हैं।
हालांकि प्रशासन इस सड़क परियोजना को ट्रैफिक समाधान और विकास से जोड़कर देख रहा है, लेकिन स्थानीय नागरिकों के लिए यह उजड़ने और बेघर होने का संकट बनकर सामने आया है।
मकान तोड़े जाने से नाराज़ सैकड़ों लोगों ने शुक्रवार देर रात कलेक्टर बंगले का घेराव किया और फिर महापौर निवास के बाहर भी प्रदर्शन किया। मोहल्लेवासियों का आरोप है कि उन्हें पूर्व में कोई वैध नोटिस नहीं दिया गया, जबकि निगम का दावा है कि नियमानुसार सूचना दी गई थी।


शनिवार सुबह माहौल और गर्माया जब प्रगति नगर में तोड़फोड़ शुरू हुई। मौके पर एसडीएम महेश शर्मा सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे और लोगों को समझाने की कोशिश करते रहे, लेकिन प्रदर्शनकारियों का गुस्सा कम नहीं हुआ।
प्रशासन और जनता के बीच यह टकराव आने वाले समय में और भी गंभीर रूप ले सकता है, क्योंकि अब यह सिर्फ मकानों का नहीं, बल्कि अस्तित्व का सवाल बन चुका है।




