नई दिल्ली। देश में डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर और हृदय रोग तेजी से बढ़ रहे हैं, और इसका सबसे बड़ा कारण हमारा खानपान है। अल्ट्रा-प्रोसेस्ड फूड और रिफाइंड तेल का अत्यधिक उपयोग स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरा बनता जा रहा है। हालांकि, इन तेलों को ‘स्वस्थ विकल्प’ बताकर बेचा जाता है, लेकिन हकीकत इससे उलट है।
इसी मुद्दे को लेकर सांसद नवीन जिंदल ने सरकार से अपील की है कि इस मामले में विशेषज्ञ समिति गठित कर एक White Paper जारी किया जाए। उन्होंने कहा कि उपभोक्ताओं को यह जानने का पूरा अधिकार है कि वे क्या खा रहे हैं और इससे उनके स्वास्थ्य पर क्या असर पड़ता है।
सांसद जिंदल ने कहा, “हम जो खाते हैं, वही हमारे स्वास्थ्य को तय करता है। यह जरूरी है कि सरकार इस विषय पर स्पष्ट जानकारी जारी करे, ताकि लोग सही और सुरक्षित भोजन का चुनाव कर सकें।”
देश में मिलावटी और हानिकारक खाद्य पदार्थों पर लगाम लगाने के लिए सरकार की क्या रणनीति होगी, यह देखने वाली बात होगी।
