रायपुर। राजधानी में एक दिल दहला देने वाली वारदात सामने आई है, जहां दो युवकों ने अपने ही बचपन के दोस्त की बेरहमी से हत्या कर दी। मामला केवल एक प्रेम प्रसंग को लेकर हुए विवाद का था, लेकिन अंत इतना खौफनाक होगा ये किसी ने नहीं सोचा था। हत्या के बाद शव को बोरी में भरकर पानी से भरी खदान में फेंक दिया गया। इस सनसनीखेज हत्याकांड का खुलासा राखी थाना पुलिस ने 48 घंटे के भीतर कर दिया।
खदान में मिली बोरी से हुआ खुलासा
24 जुलाई की शाम रायपुर के राखी थाना क्षेत्र अंतर्गत बेंद्री गांव में पत्थर खदान की डबरी में एक बोरी तैरती हुई देखी गई। किसी ने जब बोरी से बाहर निकले पैर को देखा, तो तुरंत पुलिस को सूचना दी गई। मौके पर पहुंची एफएसएल और क्राइम ब्रांच की टीम ने बोरी खोली तो उसमें एक युवक की सड़ी-गली लाश मिली, जिसके सिर और गले पर गंभीर चोटों के निशान थे।
मृतक की पहचान और खुला राज
पुलिस ने शव की शिनाख्त कायाबांधा निवासी 20 वर्षीय दिनेश मानिकपुरी के रूप में की। इसके बाद जांच तेजी से आगे बढ़ी। पूछताछ में परिजनों और स्थानीय लोगों ने बताया कि दिनेश को आखिरी बार उसके दो दोस्तों साहेब दास मानिकपुरी (19) और सोहन उर्फ पिंटू कंडरा (25) के साथ देखा गया था।
गर्लफ्रेंड को लेकर हुआ झगड़ा, फिर कर दी हत्या
शक के आधार पर पुलिस ने दोनों युवकों को हिरासत में लिया। शुरुआती पूछताछ में दोनों बहाने बनाते रहे, लेकिन जब सख्ती हुई तो उन्होंने अपना जुर्म कबूल कर लिया। आरोपियों ने बताया कि तीनों ने 24 जुलाई को एक साथ बैठकर खदान के पास शराब पी। इसी दौरान गांव की एक लड़की को लेकर पुरानी रंजिश फिर उभर आई। बहस इतनी बढ़ी कि साहेब और सोहन ने चाकू से दिनेश के गले और पेट पर ताबड़तोड़ वार कर दिए, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
पहचान छुपाने के लिए सिर कुचला और बोरी में पत्थर डाल फेंका शव
हत्या के बाद दोनों आरोपियों ने दिनेश के चेहरे और सिर को पत्थरों से कुचल दिया ताकि शव की पहचान न हो सके। फिर शव को बोरी में भरकर उसमें भारी पत्थर डाल दिए और पानी से भरी डबरी में फेंक दिया।
गिरफ्तारी और सबूत बरामद
पुलिस ने साहेब और सोहन को गिरफ्तार कर लिया है। उनके कब्जे से हत्या में प्रयुक्त स्कूटी और मोबाइल फोन भी बरामद किए गए हैं। आरोपियों के खिलाफ धारा 302 (हत्या) और 201 (सबूत मिटाने) के तहत मामला दर्ज किया गया है।
यह घटना एक बार फिर यह सोचने पर मजबूर करती है कि नशा, क्रोध और ईर्ष्या कैसे दोस्ती को भी खून में बदल सकते हैं।
