महासमुंद। शांत बस्तियों में गूंजती चीखों ने जैसे सुबह की हवा को भी सन्न कर दिया। बागबाहरा की शासकीय हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी की H-2 बिल्डिंग में स्थित मकान नंबर 05 आज सुबह एक खौफनाक रहस्य का गवाह बन गया। यहां एक ही परिवार के चार लोगों के शव मिलने से पूरे इलाके में सनसनी फैल गई है।
मकान के भीतर का दृश्य रोंगटे खड़े कर देने वाला था, 42 वर्षीय बसंत पटेल का शव फंदे से झूलता मिला, जबकि उसकी पत्नी भारती पटेल (38), बेटी सेजल (11) और बेटा कियांश (4) मृत अवस्था में फर्श पर पड़े थे। दरवाजा अंदर से बंद था, और घर की नीरवता उस त्रासदी की गूंज सुना रही थी जो कुछ ही घंटे पहले घटी होगी।
सूचना मिलते ही SP और पुलिस की टीम मौके पर पहुंची। प्रारंभिक जांच में आशंका जताई जा रही है कि बसंत पटेल ने संभवतः पत्नी और बच्चों को किसी जहरीले पदार्थ से मारकर खुद फांसी लगा ली। लेकिन यह मात्र एक अनुमान है। अब सवालों की एक लंबी श्रृंखला पुलिस के सामने खड़ी है।
बसंत पटेल आदिम जाति कल्याण विभाग कार्यालय, बागबाहरा में प्यून के पद पर कार्यरत था। न तो किसी घरेलू कलह की रिपोर्ट थी, न ही किसी आर्थिक संकट की भनक। फिर आखिर ऐसा क्या हुआ कि एक खुशहाल दिखने वाला परिवार मौत की आगोश में समा गया?
पुलिस ने चारों शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है और मर्ग कायम कर मामले की हर पहलू से जांच शुरू कर दी है।
क्या यह आत्महत्या है? या इसके पीछे कोई और परछाई है?
क्या कोई छुपा हुआ सच इस परिवार को निगल गया?
जवाब आने अभी बाकी हैं, लेकिन सवाल हर दिल को बेचैन कर रहे हैं।
