भारत में एक बार फिर कोरोनावायरस को लेकर चिंताएं बढ़ने लगी हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार देश में कोरोना के 4026 एक्टिव केस हैं जिनमें सबसे ज्यादा मामले केरल महाराष्ट्र गुजरात और दिल्ली में हैं। और अब तक 30 से ज्यादा लोगों की मौत भी हो चुकी है।
पिछले कुछ सालों में कोरोना ने हमारे जीवन में ऐसा डर बैठा दिया है कि अब हल्की सी खांसी या छींक भी हमें बेचैन कर देती है। सुबह गले में खराश हुई नहीं कि मन में पहला ख्याल आता है – कहीं फिर से कोरोना तो नहीं? लेकिन क्या हर बार डॉक्टर के पास भागना ज़रूरी है? आइए समझते हैं कि कब ये लक्षण सामान्य हैं और कब आपको सतर्क हो जाना चाहिए।
सामान्य सर्दी-खांसी के लक्षण
• गले में हल्की खराश
• नाक बहना या बंद होना
• सूखी या थोड़ी गीली खांसी
• हल्का बुखार
• थकान या शरीर में थोड़ी कमजोरी
अगर ये लक्षण 2-3 दिन में धीरे-धीरे ठीक हो रहे हैं और आप हाल ही में किसी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में नहीं आए हैं, तो घबराने की ज़रूरत नहीं। यह मौसमी बदलाव या मामूली संक्रमण भी हो सकता है।
नए वेरिएंट्स से जुड़े संभावित लक्षण
नए वेरिएंट NB.1.8.1 और LF.7 के साथ कुछ मामलों में अलग प्रकार के लक्षण सामने आए हैं, जैसे:
• तेज़ सिरदर्द या शरीर में असहनीय दर्द
• गले में तीव्र जलन
• आंखों में जलन या पानी आना
• लंबे समय तक थकावट
• खांसी के साथ सीने में भारीपन
यदि ऊपर बताए गए लक्षण लगातार बने रहें या गंभीरता बढ़ती जाए, तो डॉक्टर से तुरंत संपर्क करें।
डॉक्टर को कब दिखाएं?
• बुखार 100.4°F (38°C) से ज्यादा हो और दो दिन बाद भी न घटे
• सांस लेने में दिक्कत, तेज सांस या सीने में जकड़न
• लगातार बढ़ती खांसी या खांसी में खून जैसा आना
• बहुत ज्यादा थकान, चक्कर आना या बेहोशी
• स्वाद या गंध का अचानक चला जाना
बचाव में ही सुरक्षा है
• सार्वजनिक जगहों पर मास्क जरूर पहनें
• हाथों की सफाई पर पूरा ध्यान दें
• पर्याप्त नींद लें और तनाव से दूर रहें
• पौष्टिक आहार लें और हाइड्रेटेड रहें
• हल्के लक्षणों में घर पर आराम करें, ताकि शरीर रिकवर कर सके
हर खांसी कोरोना नहीं होती… लेकिन सतर्कता जरूरी है।
हमेशा याद रखें, हर छींक या खांसी कोरोना नहीं होती, लेकिन नए वेरिएंट्स की वजह से लक्षण बदल सकते हैं। इसलिए सही जानकारी और सतर्कता ही सबसे बड़ा हथियार है।
सावधानी में ही सुरक्षा है – खुद भी सुरक्षित रहें, औरों को भी सुरक्षित रखें।
