रायगढ़। छत्तीसगढ़ नगर निकाय चुनाव को लेकर भाजपा और कांग्रेस ने अपने-अपने घोषणापत्र जारी कर दिए हैं। भाजपा ने इसे ‘अटल विश्वास पत्र’ नाम दिया है, जबकि कांग्रेस ने इसे ‘जन घोषणा पत्र’ के रूप में पेश किया है। दोनों दलों ने जनता को लुभाने के लिए बड़े वादे किए हैं, लेकिन उनके दृष्टिकोण और प्राथमिकताओं में अंतर साफ नजर आता है।
भूमि और आवास पर भाजपा की बड़ी घोषणाएं…
भाजपा ने नजूल भूमि के स्वामित्व को लेकर नया कानून लाने और सभी पट्टा धारकों को भू-स्वामी बनाने का ऐलान किया है। इसके अलावा, भाजपा ने रुके हुए पीएम आवास योजना-शहरी के तहत 3 लाख घरों को तेजी से पूरा करने का वादा किया है। वहीं, कांग्रेस ने मकान आबंटन प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने और सभी पात्र लोगों को आवास देने का संकल्प लिया है।
महिला सुरक्षा और सुविधाओं पर दोनों दलों का जोर…
भाजपा ने महिलाओं के नाम दर्ज संपत्तियों पर 25% संपत्ति कर में छूट देने और बाजारों में ‘पिंक टॉयलेट’ की सुविधा का ऐलान किया है। वहीं, कांग्रेस ने महिला सुरक्षा को लेकर सीसीटीवी कैमरे लगाने, शहरी व्यापारिक क्षेत्रों में प्रसाधन की व्यवस्था और महिलाओं के लिए चेंजिंग रूम बनाने की बात कही है। दोनों ही दलों ने स्कूली छात्राओं को मुफ्त सैनिटरी नैपकिन देने का वादा किया है।
युवाओं और शिक्षा पर कौन आगे?…
भाजपा ने युवाओं के लिए ‘महापौर सम्मान निधि’ योजना का ऐलान किया है, जिसके तहत UPSC मेन्स परीक्षा पास करने वाले छात्रों को 1 लाख की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। साथ ही, व्यावसायिक केंद्रों में मूलभूत सुविधाओं का विकास किया जाएगा। कांग्रेस ने इस पर ‘यूथ हब’ बनाने का वादा किया है, जिससे युवाओं को रोजगार के नए अवसर मिलें।
स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण…
भाजपा ने हर घर में कचरा बाल्टी, स्मार्ट वेस्ट मॉनिटरिंग सिस्टम, रात्रिकालीन सफाई और सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट से तालाबों को जोड़ने की योजना बनाई है। दूसरी ओर, कांग्रेस ने शहर को धूल मुक्त बनाने, प्रत्येक वार्ड में सफाई कर्मचारियों की सूची सार्वजनिक करने और चलित ठेले व्यवसायियों को उचित स्थान देने का वादा किया है।
डिजिटल और स्मार्ट सुविधाओं पर भाजपा आगे…
भाजपा ने ‘माई सिटी ऐप’ लॉन्च करने का वादा किया है, जिससे नगर निगम की सभी सेवाएं ऑनलाइन उपलब्ध होंगी। इसके अलावा, हर ज़ोन में एकीकृत सेवा केंद्र बनाने का ऐलान किया गया है। कांग्रेस ने भी जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र, विवाह प्रमाण पत्र जैसी सेवाओं को घर तक पहुंचाने की बात कही है, लेकिन डिजिटल सेवाओं पर भाजपा का घोषणापत्र अधिक विस्तृत नजर आता है।
आस्था और परंपराओं को साधने की कोशिश…
भाजपा ने गोवंश संरक्षण को लेकर ‘गोकुल नगर’ का विस्तार करने का वादा किया है, जबकि कांग्रेस ने दशगात्र और बेटी विवाह में निःशुल्क पानी टैंकर उपलब्ध कराने की योजना बनाई है। तालाबों के संरक्षण पर भी दोनों पार्टियों ने ध्यान दिया है, लेकिन भाजपा ने इसे सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट से जोड़ने का वादा किया है।
जनता किस पर करेगी भरोसा?…
भाजपा जहां डिजिटल बदलाव, भूमि अधिकार, व्यापार और स्वच्छता पर फोकस कर रही है, वहीं कांग्रेस गरीबों, सफाई कर्मचारियों, महिलाओं और युवाओं को साधने का प्रयास कर रही है। दोनों दलों के घोषणापत्र में कई समानताएं हैं, लेकिन उनके कार्यान्वयन की दिशा ही असली चुनावी मुद्दा बनेगी।
अब देखना यह होगा कि जनता किस पर ‘अटल विश्वास’ जताती है और किसके ‘जन घोषणा पत्र’ को अपना समर्थन देती है! आने वाले निकाय चुनावों में जनता के फैसले से यह स्पष्ट होगा कि कौन सा घोषणापत्र महज वादा है और कौन सा हकीकत बनने वाला है।
देखें दोनों ही पार्टियों के घोषणा पत्र:
अटल विश्वास पत्र:


जन घोषणा पत्र:

