Budget 2025: नई दिल्ली। देश का आम बजट पेश होने में अब कुछ ही घंटे शेष हैं। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आज, 1 फरवरी 2025 को सुबह 11 बजे संसद में देश का आम बजट पेश करेंगी। इस बजट से हर वर्ग को बड़ी उम्मीदें हैं, चाहे वह किसान हो, नौकरीपेशा हो, व्यापारी हो या उद्योगपति। अब देखना यह होगा कि क्या यह बजट सभी की उम्मीदों पर खरा उतरता है या नहीं।
बजट से जुड़े रोचक तथ्य:
बजट सिर्फ संख्याओं का खेल नहीं है, बल्कि यह देश की आर्थिक दिशा तय करने वाला एक महत्वपूर्ण दस्तावेज होता है। आइए जानते हैं बजट से जुड़े कुछ खास और दिलचस्प तथ्य:
1. सबसे ज्यादा बजट पेश करने का रिकॉर्ड – पूर्व वित्त मंत्री मोरारजी देसाई ने सबसे ज्यादा 10 बार केंद्रीय बजट पेश किया था।
2. पहला बजट – आजाद भारत का पहला बजट 26 नवंबर 1947 को आर. के. शन्मुखम चेट्टी ने पेश किया था।
3. भाषा में बदलाव – 1955 तक बजट केवल अंग्रेजी में प्रकाशित होता था, इसके बाद इसे हिंदी में भी प्रकाशित किया जाने लगा।
4. पहले प्रधानमंत्री जो वित्त मंत्री भी थे – पंडित जवाहरलाल नेहरू पहले प्रधानमंत्री थे जिन्होंने वित्त मंत्री के रूप में 1958-59 का बजट पेश किया था।
5. पहली महिला वित्त मंत्री – इंदिरा गांधी ने 1970 में पहली बार केंद्रीय बजट पेश किया था। उनके बाद निर्मला सीतारमण दूसरी महिला वित्त मंत्री बनीं।
6. रेल बजट का विलय – 2017 में रेल बजट को आम बजट में मिला दिया गया और बजट पेश करने की तारीख को 1 फरवरी कर दिया गया।
7. डिजिटल बजट – निर्मला सीतारमण ने 1 फरवरी 2021 को पहला ‘पेपरलेस बजट’ पेश किया था।
8. सबसे लंबा बजट भाषण – 2020 में निर्मला सीतारमण ने 2 घंटे 42 मिनट लंबा बजट भाषण दिया था, जो अब तक का सबसे लंबा भाषण है।
9. समय में बदलाव – पहले बजट शाम 5 बजे पेश किया जाता था, लेकिन 1999 में इसे बदलकर सुबह 11 बजे कर दिया गया।
10. बजट की शुरुआत ब्रिटिश राज में हुई थी – भारत में बजट पेश करने की परंपरा ब्रिटिश शासनकाल में शुरू हुई थी। पहला बजट 7 अप्रैल 1860 को ब्रिटिश अधिकारी जेम्स विल्सन ने पेश किया था।
क्या होगा इस बार के बजट में खास?:
इस बार के बजट को लेकर देशभर में कयास लगाए जा रहे हैं। माना जा रहा है कि सरकार आम जनता को राहत देने के लिए कुछ महत्वपूर्ण घोषणाएं कर सकती है। खासकर टैक्स स्लैब में बदलाव, इंफ्रास्ट्रक्चर और रोजगार को लेकर बड़े ऐलान संभव हैं। किसानों, स्टार्टअप्स और मध्यम वर्ग के लिए भी राहत भरे फैसले लिए जा सकते हैं।
अब सबकी नजरें संसद पर टिकी हैं कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण इस बार देश के लिए क्या नई योजनाएं और घोषणाएं लेकर आती हैं। क्या यह बजट आम आदमी की जेब पर असर डालेगा या उसे राहत देगा? इसका जवाब कुछ ही घंटों में मिल जाएगा।
